शिक्षा हम सबका अधिकार - आवाज़ संगठन


साथियों पिछले दिनों  जिस तरह जेएनयू में बेतहाशा फीस वर्द्धि की गयी और सस्ती शिक्षा और शिक्षा के अधिकार के लिए लगातार आंदोलन कर रहे जेएनयू के छात्र छात्राओं पर पुलिस ने किस तरह बर्बर लाठीचार्ज किया यह हम सबके सामने है।जिसमे छात्राओं को पुरुष पुलिस द्वारा मारा- घसीटा गया ।पुलिस का यह बर्बरतापूर्ण व्यवहार इस बात का प्रमाण है कि यह सरकार कितनी निरंकुश और शिक्षा विरोधी है।शिक्षा का अधिकार सबके पास है तो आख़िर क्यों सरकार बेतहाशा फीस वर्द्धि कर शिक्षा को एक बड़े वर्ग से दूर कर देना चाहती है?हो न हो यह सुनियोजित तरीके से  गरीबों,दलित,आदिवासी,अल्पसंख्यक पिछड़े वर्ग और लड़कियों को शिक्षा से दूर करने का प्रयास है..



साथियों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि न केवल जेएनयू बल्कि अधिकतर सभी सरकारी संस्थानों में ग़रीब छात्र छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर अपने सपनों को साकार कर रहे हैं अमीर तबके की बराबरी पर खड़े होकर उनको लगातार चुनौती दे रहै हैं और समाज मे अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे में शिक्षा का महंगा हो जाना ,उसका निजीकरण होना इन सभी छात्र छात्राओं के अधिकारों की ,सपनों की हत्या है।यह हमला केवल जेएनयू पर नहीं बल्कि सम्पूर्ण उच्च शिक्षा पर है आज जेएनयू है कल को कौन सा सरकारी संस्थान इस साज़िश का शिकार होगा नहीं पता ।साथियों साथ ही इस तमाम शिक्षा विरोधी नीतियों का सीधा असर सबसे ज़्यादा लड़कियों की शिक्षा पर होगा।



इस पितृसत्तामक समाज मे आख़िर कितने लोग इतनी महंगी शिक्षा के चलते अपने घर की लड़कियों की शिक्षा के  हिमायती होंगे यह कहने की भी शायद ज़रूरत नहीं।ऐसे में इन सस्ते सरकारी संस्थानों में शिक्षा प्राप्त कर लड़कियां न केवल ऊंचे ऊंचे पदों पर पहुंच रही हैं बल्कि लगातार अपने अधिकारों के प्रति सजग होते हुए पितृसत्ता को चुनौती दे रही हैं।हम याद दिलाना चाहते हैं कि सरकार ने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था तो फिर क्यों लड़कियों की शिक्षा का रास्ता बंद किया जा रहा है?क्यों इसे एक सोची समझी साज़िश न माना जाए???



इस मुश्किल समय में उच्च शिक्षा को बचाने,सरकारी संस्थानों की गुणवत्ता को बचाने और शिक्षा को सब तक पहुंचाने के इस आंदोलन में आवाज़ संगठन पूरी तरह जेएनयू के छात्र छात्राओं के साथ खड़ा है।साथ ही पुलिस द्वारा जिस तरह आंदोलन कर रहे छात्र छात्राओं पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किया गया और छात्रओं के साथ पुरूष पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किया गया इसका आवाज़ संगठन पुरज़ोर विरोध करता है।हम सरकार से मांग करते हैं कि वो सभी को मुफ्त शिक्षा मुहैया कराए क्यों के शिक्षा हम सबका अधिकार है