मथुरा थाना जमुनापार क्षेत्र में नगर निगम के वार्ड न० २५ में स्थापित बड़े डम्पिंग यार्ड में निगम कीलापरवाही के चलते शहर भर के कचड़े के बड़े-बड़े पहाड़ों में खुद लगने या लगाई जाने वाली आगसे २४ घंटे लगातार बेहद ख़तरनाक धुआँ उठ रहा है जिससे सीधे तौर पर निगम के वार्ड संख्या 1, 5, 13 एवं 25 में रहने वाले लाखों लोगों की ज़िंदगी पर एक और ख़तरा मंडराने लगा है ।
इधर पूरा देश करोना जैसी महामारी से जूझ रहा है जिससे बचाव के लिए देश ही नहीं बल्किलगभग पूरी दुनिया लॉकडाउन से गुज़र रही है । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दूसरे चरण केलॉकडाउन में ख़ासकर स्वच्छता और साफ़-सफ़ाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही । लेकिनमथुरा नगर निगम की उपेक्षा और अनदेखी के चलते इस लैंडफ़िल में जलती सुलगती आग सेउठता बड़ी मात्रा में बेहद ख़तरनाक और ज़हरीला धुआँ प्रधानमंत्री जी के तमाम संकल्पों को धताबताता नज़र आता है ।
जानकारों की मानें तो जहां एक तरफ़ कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को लगातार खांसी और बुख़ारके साथ साँस लेने में समस्या होने लगती है । ऐसे में लॉकडाउन में भी कोरोना के डर के साये मेंजीते लोगों को लिए यह धुआँ खुद एक बड़ी बीमारी के रूप में फैल रहा है ।
शाम से लेकर रात और सुबह हर समय यह वातावरण में इस तरह छाया रहता है कि छतों परटहलते हुए या खिड़कियों के सहारे घर के अंदर तक किसी भी स्वस्थ आदमी को आँखों में तेजजलन के साथ साँस लेना भी मुश्किल कर देता है ।
ऐसे में लोगों का अपने और अपने परिवार और समाज के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित होनाअस्वाभाविक नहीं हैं । सूत्रों की मानें तो लोग यहाँ तक कहने लगे हैं कि यहाँ की जनता कोरोनावायरस से तो बच भी जाय लेकिन यमुनापार के वार्ड नं 25 में नगर निगम द्वारा निर्मित डंपिंग यार्ड(कूड़ा का ढेर ) में कूड़े को जलाने के बाद उससे निकलने वाले जहरीले प्रदूषित धुंए से बचा नहींजा सकता ।
बताते चलें कि इस समस्या को लेकर इस डम्पिंग यार्ड को आबादी से दूर स्थानांतरित कराने केलिए यहाँ के निवासी वर्षों से आंदोलनरत हैं एवं ज़िला प्रशासन से लेकर यह मामला एन जी टीकोर्ट तक में पहुँचा है । यह जानते हुए भी कि कूड़ा जलाना पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य केलिहाज़ से एक आपराधिक कृत्य है लेकिन अभी तक इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया है ।
बावजूद इसके ऐसे वक्त में कूड़े के ढेर में लगती आग को बुझाना और उठते धुएँ को रोकना मथुरानगर निगम और उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी प्राथमिकताओं में शामिल नहीं किया तो यह इसमहामारी के समय में एक और नई समस्या को जन्म देने जैसा होगा ।